Sunday, March 12, 2017

चुटकी भर रंग.


होली त्यौहार है रंगों का,
यह जीवन का स्पन्दन है .
ये रंग भी कुछ कुछ कहते हैं,
जीवन रंगों का बंधन है.
कहने को चुटकी भर रंग है,
यह खुशियों का आलिंगन है.
होली तो एक बहाना है,
जीवन सजना है, संवारना है.
है मौका भूल न जायें हम,
जीवन उत्सव संग चलना है ||

आओ रंग लें तन मन संग संग,
होली के इन सतरंगों में.
भूलें जीवन के कडवे सच,
नई राह बने जीवन वन में.
जो गलत हुआ अब ना होवे,
खुशियाँ ढूंढें अपने मन में.
जीवन नव निर्मित करना है,
इन रंगों की परछाई में.
ये अबीर गुलाल और पिचकारी,
बदल रहे दुःख खुशियों में ||

होली के ये चटकीले रंग,
हर रंग संदेशा देता है.
रंग लो मन, मन चाहे रंग में,
कल क्या हो, किसने देखा है.
अपनों में अपनापन ढूंढें,
जीवन कर्तव्य निभाना है.
जो बीत गया नहीं आएगा,
जो है उसमें रम जाना है.
ये रंग बनें जीवन के रंग,
जीवन खुशियों से भरना है ||

-       - - - - ० - - - - -

Wednesday, January 4, 2017

नया साल.

नया साल आया है जैसे,
बेटा विदेश से घर आये |
दुःख कोहरे में ढँकी जिन्दगी,
सूरज रोशनी ले आये |
मुद्दत बाद हवा है बदली,
चेहरों की उदासी छंट जाये |
चहक महक जाये घर आँगन,                    
बेटी जब जब घर आये ||

मनीआर्डर जैसे आया हो,
बेटा बहु परदेश बसे |
नई दुल्हनिया घर आई हो,
पहली पहली बार हँसे |
बीमार बाप की सुध लेने,
ससुराल से बेटी का आना |
पापा की सूनी आँखों से,
खुशियों की बूंद छलक जाना ||

नया साल लाया उम्मीदें,
रिश्तों में जमी बर्फ पिघले |
लौटें खोई ख़ुशी पुरानी,
हँसी ठहाके हो – हल्ले |
बीते पल नहीं लौटेंगे,
नए सवेरे की आशा |
थाली में अब दाल भी होगी,
बदले भोजन की परिभाषा ||

नए साल में नई उमंगें,
सोये सपनों को पंख लगे |
कर लेंगे जो कर न सके,
मंजिल आती पास लगे |
मनचाहा रोजगार भरपेट भोजन,
नई आशा का उदय हुआ |
मन कहता है पूरा होगा,
जो अब तक है नहीं हुआ ||
-    - - 0 - - -


Sunday, December 11, 2016

 “ नो कैश “ ( No Cash )
1.       हाँ दोस्त आज फिर खड़ा हूँ,
रुपयों के लिए बैंक की कतार में |
कल मेरा नम्बर आते – आते,
कागज चिपका दिया “ नो कैश “
बैंक में रुपया ख़त्म हो गया,
मन मसोस वापस चला गया |
शाम को सब्जी नहीं बनी,
पत्नी ने अनमने मन से कहा –
आज किचड़ी बनाई है |
सो तो ठीक है लेकिन –
माँ की दवाई भी तो लानी है |
तभी चहक कर बिटिया बोली,
घबराओ नहीं पापा |
कुछ ही दिनों की बात है,
फिर सब ठीक हो जायेगा |
स्कूल में मास्टर जी ने बताया,
काला धन बाहर आयेगा ||

गरीब श्याम का बूढा बाप,
लम्बी बीमारी से लड़ते – लड़ते
कल रात हार गया |
बाप की मौत का गम,
दिल में दबाये,
अन्तिम संस्कार के लिए,
पांच सौ के दो नोट बदलवाने,
बैंक की लाइन में लग गया |
दोपहर एक बजे नम्बर आया,
क्लर्क ने आधार कार्ड जरुरी बताया,
मिन्नतें की, रोया गिडगिड़ाया |
घर में बाप की लाश पड़ी है,
फूटी कौड़ी पास नहीं है |
पास खड़े पत्रकार का दिल पसीजा,
उसने मैनेजर को फोन मिलाया |
सारी बात सुन मैनेजर आया,
तुरन्त गरीब का पैसा बदलवाया ||

गरीब किसान की बेटी की शादी,
बड़ी मुश्किल से तय हो पायी |
अब जब शादी का मौका आया,
नोटबंदी ने अडंगा लगाया |
जमा – पूँजी के पुराने नोट,
बैंक आकर जमा कराये |
शादी के लिए रूपये लेने,
लाइन में लग गया सवेरे – सवेरे,
खड़े – खड़े दोपहर नम्बर आया |
तब तक रुपये ख़त्म हो गए,
क्लर्क ने “ नो कैश ” बोर्ड लगाया |
चक्कर खा कर गिरा किसान,
पास खड़े लोगों ने उसे उठाया |
शाम को टी वी में समाचार दिखाया,
बैंक का मैनेजर पकड़ा गया |
सोना लेकर करोड़ों बदले,
“ नो कैश “ को हथियार बनाया ||








Monday, October 10, 2016

कन्या – पूजन.


अभागा / अधूरा रह गया घर,
कन्या का जहाँ निवास नहीं |
कन्या की उपस्थिति मात्र ही,
समझने को काफी, बातें अनकहीं |
चहकती महकती चिड़िया की तरह,
जीवन्त घर का कोना – कोना |
छोटी सी टाफी / चाकलेट बदले,
ले लो खुशियाँ, मन भर सोना ||

गरीब कन्याओं को भी शायद इन्तजार,
नव – रात्रों में कन्या – पूजन |
हो गया पवित्र घर आने से,
छोटे उपहार और भरपूर भोजन |
जाने के बाद भी प्यारी प्यारी बोलियाँ,
तैरती हवा में खुशबू निर्बाद |
कन्याओं के बहाने घर घर जाकर,
बाँट रही दुर्गा माँ मानो प्रसाद ||

आज के माहौल में ज्यादा उपयुक्त,
कन्या – पूजन समाज को सन्देश |
कोख में मारो, बेटियाँ बचाओ,
बेटियों से गौरान्वित पूरा देश |
पढाओ लिखाओ अच्छी परवरिश,
बेटा – बेटी बराबर बढ़ कर हैं बेटियाँ |
शिक्षित बेटी दो घरों की रौशनी,
सभ्य समाज की पहचान बेटियाँ ||
-    - - ० - - -

Tuesday, September 27, 2016

 उम्मीद बाकी है.


आतंकवादी हमलों से लहूलुहान,
मानवता का चीत्कार |
शोर के बीच पढ़ी जा रही,
नमाज अभी बाकी है |
पत्थरबाजों की टोली में,
बहक गया बेवा माँ का बेटा |
बुलाने आ रही माँ के माथे पर,
पत्थर का निशान बाकी है ||

गोली के साये में जी रही,
गरीबी और भुखमरी की बेबसी |
कर्फ्यू के एलान से परेशान,
मजदूरों की हुँकार अभी बाकी है |
बीमार पिता की उखड्ती साँसें,
पूछ रहीं एक ही सवाल |
कब तक चलेगा यह ताण्डव ?
आखिरी ख्वाइश अभी बाकी है ||

संभल जावो बच्चो न बहको,
आग लगाने वालों का ईमान नहीं |
जिहाद के नाम पर उजाड़ रहे,
जन्नत का नूर, पैगाम अभी बाकी है |
सच्चा हिन्दू या मुसलमान,
इन्सानियत का दुश्मन नहीं |
आतंकवादी लाख कोशिश कर लें,
जिन्दा है / रहेगी उम्मीद अभी बाकी है ||

-    - ० - - -

Thursday, September 15, 2016

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
-    - - ० - - -



















सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -


एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
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एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
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एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
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एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
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एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
-    - - ० - - -



















सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
-    - - ० - - -



















सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
-    - - ० - - -



















सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
-    ० -

एक जुलाई : 2016


आज ख़ुशी का दिन आया है,
हैप्पी बर्थ डे टू यू सोना |
हमारे लिये यह दिन विशेष है,
३६ बरस का हुआ सोना |

विश्वास ही नहीं, इतने साल गुजर गये,
देखते – देखते उपहारों के ढेर लग गये |
कड़ी मेहनत और लगन के बूते,
उच्च शिक्षा के लिये विदेश चले गये |

लौटे तो, लक्ष्मी का था इन्तजार,
लक्ष्मी – बेटी ने रोशन किया घर सुनसान |
फिर आई पोती, सोने पे सुहागा,
प्यारी सी आलिया, परिवार की शान |

अब जिम्मेदारी बढ़ी भरोसा भी,
संदेह नहीं मुझे, रत्ती भर |
मुश्किलों के बावजूद होगी विजय,
बढ़ोगे आगे, प्रगति – पथ पर |

माँ – पा का आशीर्वाद हक़ है तुम्हारा,
गौरव हमारा, आँखों का तारा |
छोटी – छोटी बातों में मत उलझो,
सामने लक्ष्य, बड़ा है तुम्हारा |
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सोलह सितम्बर : 2016
दीपक बेटे दिन ये मुबारक,
happy birthday to you.
सोलह – सितम्बर खुशियाँ लाये,
घर – आँगन फैली खुशबू |
सिर्फ मौसम ही नहीं है बदला,
बदली अपनी किस्मत भी |
बारह बज कर चार मिनट पर,
छंटा अँधेरा, दीपक का उजियारा भी ||

तैंतीस साल गुजर गए यूँ ही,
पंख लगा उड़ गया समय |
लेफ्टिनेंट कमान्डर दीपक नागर,
जाँबाज डालफियन की हो जय |
परिवार ही नहीं देश भी शामिल,
सेवा सुरक्षा जिम्मेदारी |
गर्व हमें अपने बेटे पर,
देश और उम्मीद हमारी ||

अब प्रियंका – दीपक मिलकर,
जो सोचा, कर पायेंगे |
सपने निश्चय ही सच होंगे,
और हमें चौंकाएंगे |
माँ – पापा का आशीर्वाद,
सदा तुम्हारे साथ है |
कभी कमी ना होए कोई,
परमेश्वर अरदास है ||

आगे बढ़ो बढ़ते ही रहो,
लम्बा रास्ता जाना है |
इन्सानियत का साथ न छोडो,
मिलेगा सब, जो ठाना है |
महके घर – आँगन जो तुम्हारा,
दुआ हमारी आस है |
भारत माँ और माँ की ममता,
सिर के ऊपर हाथ है ||
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