Monday, August 22, 2016

ओलम्पिक में बेटियाँ.  


खेलों का महाकुम्भ,
रियो – ओलम्पिक सम्पन्न हुआ |
निराश खिलाडियों के बीच,
साक्षी सिंधू ने सम्मान दिया |
गलतियों से सबक न सीखना,
हम भारतियों की पुरानी आदत |
मैडल जीतने के लिये,
काफी नहीं पूजा – पाठ इबादत ||

घर परिवार की तरह ही,
बेटियों ने बचायी भारत की लाज |
117 खिलाडियों का दल,
सिर्फ दो बेटियों पर नाज |
207 देशों के बीच,
67 वा भारत का स्थान |
वह भी बेटियों की बदौलत,
130 करोड़ आबादी का गुमान ||

बेटा बेटी में फर्क नहीं,
बिन बेटी घर बदरंगा |
बेटों ने जब किया निराश,
बेटियों ने लहराया तिरंगा |
बेटी भी सक्षम, गौरव है,
बार – बार यह सिद्ध किया |
समान अवसर पढाओ लिखाओ,
अब कर दो, जो नहीं किया ||

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