नया साल
; नई उम्मीदें.
नये साल की
नई सुभह, का
है, अभिनन्दन.
वर्ष २०१६, शुभ
हो सबको, प्रभु
से वन्दन.
नव – उत्साह और नई
उर्जा, मिलकर बोझ
उठायेंगे.
बीत गया, सो बीत
गया, नया
इतिहास बनायेंगे.
सभी सुखी और
सभी स्वस्थ हों,
हे ईश्वर, ऐसा वर दो.
भूखा – नंगा रहे
ना कोई, कुछ
कर दो, ऐसा
कर दो.
नया साल लेकर
आया है, ढेरों
नई उम्मीदें भी.
कुछ सपने, जो,
रहे अधूरे, वे,
होंगे अब, पूरे
भी.
अँधियारा हम दूर
करेंगे, घर – घर शिक्षा
का उजियारा.
बेटी – शिक्षा, सबसे ऊपर,
माँ – आशीष, हो कवच
हमारा.
इन्सानियत का पेड़
उगायें, सभी
धर्म हों
शाखायें.
खुशबू फैले समरसता
की, मिल – बाँट कर, फल
खायें.
हम थे एक, हम
एक रहेंगे, आपस
में, बढे, भाई – चारा.
मिल – जुल मसले सुलझा
लेंगे, सबसे बड़ा,
है देश हमारा.
बुजुर्गों का सम्मान
करेंगे, स्वास्थ्य,
सुरक्षा का अधिकार.
गाँव शहर, में मिटेगी
दूरी, भारत – माँ की
जय, जयकार.
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