समय
समय का पहिया, घूमे रे भइया,
आगे बढता जाये.
पल पल घटता है ये जीवन,
बेशक उम्र बढे, फल लाये.
हम ही क्या, सब जीवन नश्वर,
जीव अमर नहीं कोई.
जो आया है, जाना ही है,
देर सबेर तो होई.
समय की घंटी बजती है,
कोई सुने, कोई अनसुना करे.
जो समझें, सुनें, करें निश्चय,
जीवन-पथ आगे बढे चले.
जिसने न समय को पहचाना,
वह पीछे छूटा, हार गया.
चिडियां चुग गईं खेत, तो अब,
पछ्ताये क्या होय ? भया.
समय बहुत ही मूल्यवान,
जिसने इसकी कीमत जानी.
पाया मनचाहा जीवन-धन,
कोशिश, मेहनत, श्रम-पानी.
बीता समय, लौट ना आये,
सोचो, समझो, भाई.
इसीलिये सब काम समय पर,
जीवन हंसे, फले, सुखदाई.
देख समय की धारा को,
चुप रहने में, भी भलाई.
अच्छा-बुरा समय आता है,
ज्वार - भाटा, की नांई.
समय परीक्षा भी लेता है,
धर्म, कर्म, जीवट की.
आशा का दामन ना छोडो,
संघर्श, दिशा जीवन की.
समय बने ताकत भी,
यदि हम पहचानें, सदुपयोग करें.
द्रढ-निश्चय और कर्मठता से,
सिकन्दर जैसा महान बनें.
तन - मन से, कोशिश जो करते,
पडें समय पर भारी.
समय - रेत पर, निशान छोडते,
पूजे दुनिया सारी.
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