२०१४ : मंगल – कामना.
नये- साल, का अभिनन्दन है, नव-
वर्ष, मंगलमय हो.
बीता- वर्ष, तो बीत गया
है, अब, नया- साल, मुबारक हो.
सभी सुखीं हों, सभीं स्वस्थ
हों, सभी ओर, खुशहाली हो.
मानव में, मानवता जागे, सत्य-
अहिंसा, पाली हों.
आपस में, अपनापन आये, भाई-
भाई में, भाईचारा.
सुख- दुःख, सब मिलकर, बाँटेंगे,
दूर भगायेंगे, अँधियारा.
चमत्कार की, उम्मीद छोड़, छोटी- छोटी खुशियाँ ढूंढें.
सभी, एक ईश्वर, की रचना, पाठ
पढ़ायें, और पढ़ें.
हम बदलेंगे, युग बदलेगा, ऐसी
सोच, हमारी हो.
मिल- कर मसले, सुलझा लेंगे,
सबकी जय, सबकी जय, हो.
भूखा- नंगा, रहे ना कोई, ईश्वर, ऐसा कुछ कर दो.
सदाचार और सेवा- भाव हो, परमेश्वर ऐसा वर दो.
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( यह रचना, १९ दिसम्बर २०१३ को लिखी गयी. )
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