Tuesday, September 27, 2016

 उम्मीद बाकी है.


आतंकवादी हमलों से लहूलुहान,
मानवता का चीत्कार |
शोर के बीच पढ़ी जा रही,
नमाज अभी बाकी है |
पत्थरबाजों की टोली में,
बहक गया बेवा माँ का बेटा |
बुलाने आ रही माँ के माथे पर,
पत्थर का निशान बाकी है ||

गोली के साये में जी रही,
गरीबी और भुखमरी की बेबसी |
कर्फ्यू के एलान से परेशान,
मजदूरों की हुँकार अभी बाकी है |
बीमार पिता की उखड्ती साँसें,
पूछ रहीं एक ही सवाल |
कब तक चलेगा यह ताण्डव ?
आखिरी ख्वाइश अभी बाकी है ||

संभल जावो बच्चो न बहको,
आग लगाने वालों का ईमान नहीं |
जिहाद के नाम पर उजाड़ रहे,
जन्नत का नूर, पैगाम अभी बाकी है |
सच्चा हिन्दू या मुसलमान,
इन्सानियत का दुश्मन नहीं |
आतंकवादी लाख कोशिश कर लें,
जिन्दा है / रहेगी उम्मीद अभी बाकी है ||

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