कर -
भला, हो – भला.
( यह रचना, १२ जुलाई, २०१४ को लिखी गई. )
कठिन, होते हुए भी, भले बने –
रहना, है बेहतर.
जिन्दगी, जीने – लायक है,
ये, सोच, आयेगी
निखर कर.
जीवन में, छिपे,
अच्छे – पलों का, इन्तजार,
बना रहेगा.
थोड़ा कम, या,
देर से ही, सही, सकून,
जरुर मिलेगा.
कंटीली – झाड़ियों, के बीच,
राह बनाना, मुश्किल
है, नामुमकिन
नहीं.
अँधेरी, - रात, में, राह,
ढूँढना, बिना, सहारे, कठिन,
है, असम्भव नहीं.
आशाओं की, रोशनी
में, चल कर, देखो
तो, अँधेरा,
लौट जायेगा.
हारी - हुई, बाजी में, धैर्य, दिखाओ
तो, हौसला,
जीत जायेगा.
नेक, बने रहने
का, फल, मिले,
ना मिले. बुराई, पस्त
हो जायेगी.
परिस्थियाँ, जो, विचलित
कर रहीं हैं, नेक – नीयत,
से, हार जायेंगी.
कर लो, फैसला,
मन में, हर – हाल, भला, सोचेंगे.
यदि, आज, जीत नहीं पाये, कल, हम ही,
जीतेंगे.
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