Friday, October 16, 2009

aao sab-mil deep jalaaye.

आओ सब मिल, दीप जलायें


आओ सब मिल, दीप जलायें.
दीपावलि यादगार मनायें.
शिक्षा का उजियारा फैले,
घर-घर विद्या-दीप जलायें.
बेटा-बेटी, सब हैं बराबर,
समान अवसर, पालन-पोषण.
आगे बढें, पढें, अन्वेषण.
अनपढ-शाप, से मुक्ति दिलायें.
आओ सब मिल दीप जलायें.

सभी धर्म, सम्प्रदाय बराबर.
ऊंच-नीच, सब हैं आडम्बर.
सबको अवसर, सबका हक है,
भेद-भाव, झगडा नाहक है.
अब हम नई शुरुवात करेंगे,
मिल-जुल, मसले निबटा लेंगे.
भाई-चारा, हमारा नारा.
मानवता का पाठ पढायें.
आओ सब मिल दीप जलायें.

हम हों किसी प्रदेश के वासी,
या कोई भी, भाषा- भाषी.
रंग-रूप, खान-पान, अलग हों,
मौसम या घर-द्वार अलग हों.
सब हैं भारत-मां को प्यारे.
मां की रक्षा धर्म हमारा.
हम सब एक हैं, देश हमारा.
भारत-मां को शीश नवायें,
आओ सब मिल दीप जलायें.

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